जयपुर. राजस्थान में सियासी उठापटक तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि सचिन पायलट खेमे के 24 कांग्रेसी विधायक मानेसर और गुड़गांव के होटलों में ठहरे हैं। इनके फोन भी बंद बताए जा रहे हैं। पायलट भी दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। माना जा रहा है कि गहलोत से नाराज चल रहे पायलट पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं। सुलह का रास्ता नहीं निकला तो पायलट गहलोत सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं।
अगर मध्य प्रदेश की कहानी राजस्थान में भी दोहराई जाती है और पायलट समर्थक विधायक विधायकी छोड़ देते हैं तो गहलोत सरकार अल्पमत में आ जाएगी। आइए जानते हैं फिलहाल विधानसभा का क्या गणित है। किन स्थितियों में गहलोत सरकार संकट में आ सकती है।