Uttarakhand

परमाण्विक मॉडल: एक तुलनात्मक परिचर्चा विषयक साप्ताहिक सेमिनार आयोजित किया गया

नरेंद्रनगर। धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर टिहरी गढ़वाल के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा महाविद्यालय की सेमिनार एवं अकादमिक क्रियाकलाप समिति के तत्वावधान में प्रारंभ हुए साप्ताहिक सेमिनार की श्रृंखला में बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा रिया भंडारी द्वारा विभिन्न परमाण्विक मॉडल: एक तुलनात्मक परिचर्चा विषय पर प्रस्तुत किया गया। डाल्टन से बोहर तक के परमाण्विक मॉडलों की विज्ञान में आवश्यकता तथा अवस्थापना की यात्रा को वैज्ञानिक तर्कों के साथ विस्तृत तथा रोचक ढंग से समझाया गया |

रदरफोर्ड के स्कैटरिंग के प्रयोग, उनसे उपजे नए मूलभूत प्रश्न और उनके हल की दिशा में परमाण्विक स्तर पर मैटर वेव्स की अवधारणा के सफलतापूर्वक समायोजन जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विद्यार्थियों ने विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम संयोजक डॉ० रश्मि उनियाल ने बताया कि किसी अवधारणा का एक मूलभूत सिद्धांत के रूप में स्थापित होना वास्तव में धारणा का तर्क में परिवर्तन होने पर ही संभव है, जिसके लिए निरंतर वैज्ञानिक प्रयासों का होना आवश्यक है | यह प्रयास कल्पना से प्रारंभ होकर विभिन्न सैध्दांतिक परिकल्पनाओ से होकर प्रायोगिक परीक्षणों तथा उनकी जाँच और सुधार पर आधारित होते हैं | उपर्युक्त परिचर्चा में प्रस्तुत विषय मनुष्य के वैज्ञानिक समझ के विकास का भी क्रम प्रस्तुत करती है | विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों द्वारा परिचर्चा में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया गया | सेमिनार एवं अकादमिक क्रियाकलाप समिति की प्रेरणा से विभागीय स्तर पर आयोजित हो रहे इन साप्ताहिक कार्यक्रमों के लिए विद्यार्थियों तथा प्राध्यापकों’ द्वारा सराहा जा रहा है | इस प्रकार की गतिविधियाँ निश्चय ही विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अति आवश्यक हैं | परिचर्चा में डॉ० ईरा सिंह, डॉ० शैलजा रावत, डॉ० सपना कश्यप, डॉ० हिमांशु जोशी, डॉ० जीतेंद्र नौटियाल, डॉ० चेतन भट्ट, डॉ० विजय प्रकाश भट्ट, मुनीन्द्र कुमार, शिवम् ड्यूडी, दीपक ड्यूडी, अब्दुल कलाम, सरिता, अनीशा पुंडीर, शिवचरण आदि उपस्थित रहे।

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