Uttarakhand

प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब के लिए यात्रियों का पहला जत्था रवाना, चार सितंबर को शुभ मुहूर्त में खुलेंगे कपाट

ऋषिकेश । चमोली जिले में स्थित सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट चार सिंतबर को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। सोमवार को धाम के लिए यात्रियों का पहला जत्था भी रवाना हो गया है। इसी दिन लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के भी कपाट खुलने हैं। आपको बता दें कि सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह की तपस्थली हेमकुंड साहिब के कपाट हर वर्ष मई महीने के दौरान खुलते थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते एहतियातन चार सितबर से हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने का फैसला लिया गया। 

दिल्ली से पहुंचा 48 श्रद्धालुओं का पहला जत्था सोमवार को ऋषिकेश स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा ट्रस्ट से वाहेगुरु दा खालसा, वाहेगुरु दी फतेह के उद्घोष के साथ यात्रा के लिए रवाना हुआ। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा ट्रस्ट के मैनेजर सरदार दर्शन सिंह ने बताया कि चार सितंबर को शुभ मुहूर्त पर हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जा रहे हैं। 

दरअसल, इस बार 22 मार्च से जनता कर्फ्यू के साथ शुरू हुए लॉकडाउन के चलते हेमकुंड साहिब के कपाट नहीं खोले गए थे। अब चार सितंबर से 10 अक्टूबर तक हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुले रहेंगे। उन्होंने बताया कि सोमवार को दिल्ली से स. सन्नी, स. इकबाल सिंह और स. संदीप के साथ 48 श्रद्धालुओं का जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ है। 

उन्होंने बताया कि सरकार की गाइडलान के अनुसार श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले का कोविड-19 के साथ ही यात्रा की अनुमति दी जा रही है। एक दिन में अधिकतम 100 श्रद्धालु ही हेमकुंड साहिब में दर्शन करेंगे। इसके अलावा हेमकुंड साहिब में यात्रा को देखते हुए करीब डेढ़ सौ कर्मचारियों का स्टाफ तैनात किया गया है। धाम तथा यात्रा मार्ग पर लंगर की भी व्यवस्था की गई है। सभी जगह कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है। इस अवसर पर स. गुरबचन, स. सिंह अमर सिंह, बुद्धि सिंह आदि मौजूद थे।

कल से नीलकंठ मंदिर में दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु 

पौड़ी के यमकेश्वर प्रखंड में स्थित पौराणिक नीलकंठ महादेव मंदिर को मंगलवार के रोज सभी श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। मंदिर के पुजारी सुभाष पुरी महाराज ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान गाइडलाइन का पालन करते हुए मंदिर को बंद रखा गया था। बाद में धर्म स्थलों को खोलने का आदेश जारी हुआ, लेकिन स्थानीय नागरिकों व्यापारियों और मंदिर समिति ने फिलहाल मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया था। अब मंदिर को मंगलवार से सभी के लिए खोल दिया जाएगा। शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए मास्क और सैनिटाइजर का पूरी तरह से प्रयोग होगा। नीलकंठ व्यापार वेलफेयर एसोसिएशन ने सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक यहां की दुकानें खोलने का फैसला लिया है। शाम चार बजे के बाद प्रसाद या अन्य सामग्री की बिक्री पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी।

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